रिर्पोट दीपक अवस्थी 8057802581
छत्रपति साहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के पत्र के अनुपालन में जनता महाविद्यालय अजीतमल औरैया के सभागार में कार्यवाहक प्राचार्य डॉ उपेंद्र त्रिपाठी की अध्यक्षता में संविधान दिवस के अवसर पर *सैद्धांतिक मूल्य एवं मूलभूत सिद्धांत* विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए डाक्टर ब्रजकिशोर ने कहा कि संविधान में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद एवं राज्य सरकारों के अतिरिक्त न्यायालय व चुनाव प्रक्रिया आदि संवैधानिक दायरों के अंतर्गत ही आते हैं। यह सब संविधान की देन है। डॉक्टर योगेश कुमार ने बताया कि संविधान जीवन का वाहन है और इसकी भावना युग की भावना है जैसे कि अनुच्छेद 15 में वर्णित है कि धर्म, जाति ,लिंग आदि के आधार पर हम किसी के साथ भेदभाव नहीं करेंगे। डॉ रत्ना गौर ने कहा कि संविधान जीवन जीने के लिए उचित अनुचित का दस्तावेज है। संयुक्त मंत्री डॉक्टर अनिल कुमार ने अपने वक्तव्य में संविधान की प्रति प्रत्येक घरों में रखने एवं पढ़ने पर जोर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ उपेंद्र कुमार त्रिपाठी ने कहा कि संविधान की मूल उद्देशिका में संशोधन नहीं किया जा सकता। संविधान की उद्देशिका ही संविधान की आत्मा है। संविधान की मूल उद्देशिका की प्रति महाविद्यालय के छात्र जग्नेस बी ए तृतीय वर्ष एवं छात्रा श्रेया पटेल बीएससी कृषि संकाय प्रथम सेमेस्टर को प्रदान किया ।कार्यक्रम का मंच संचालन/ संयोजन डॉक्टर निरंजन लाल ने किया। ज्ञातव्य है कि इस अवसर पर संयुक्त रूप से संविधान के प्रस्तावना का पाठ भी किया गया।
इस अवसर पर डाक्टर श्री प्रकाश यादव ,डॉ राम बहादुर यादव ,डॉ समरकांत भारती, डाक्टर पीपी सिंह, डॉ राजीव कुमार, डॉ पंकज द्विवेदी, डॉक्टर लव कुश , डॉक्टर नीतू ,कमलेश चौरसिया , डॉक्टर अजय पाल, डॉक्टर संदीप , रविकुमार , प्रोफेसर संजय शर्मा आदि शिक्षक /कर्मचारी एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।