हम सभी जानते हैं कि हिंदू धर्म में कई परंपराओं और संस्कृतियों का पालन करना पड़ता है, जो वर्षों से अनुष्ठानों के रूप में चली आ रही हैं। जिनमें से कुछ ऐसे रिवाज हैं जो महिलाओं के लिए खास तौर पर बनाए जाते हैं।
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जी हां आपको बता दें कि भारतीय रीति-रिवाजों के मुताबिक जो महिलाएं शादी करती हैं उनके पैरों में पैर का अंगूठा होता है, जी हां ऐसा माना जाता है कि सिर्फ शादीशुदा महिलाओं को ही सताया जाता है। इसे पहनते समय अविवाहित लड़कियां इसे नहीं पहनती हैं।
इतना ही नहीं इसके पीछे का कारण बताया जाता है कि इसे पहनने से महिलाओं का मासिक धर्म नियमित रूप से होता है। भले ही आपको ये बातें बेतुकी लगे, लेकिन यह परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है, हालांकि आज के समय में बहुत से लोग इसका पालन नहीं करते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर बीच को सही तरीके से न पहना जाए तो यह उस महिला के पति की बर्बादी का कारण भी बन सकता है। जी हाँ और आज हम आपको इसी के बारे में कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं.
सबसे पहले तो हम आपको बता दें कि महिला के पैर की दूसरी उंगली की नस का सीधा संबंध गर्भाशय से होता है, जो दिल से होकर गुजरती है, अगर आपने ध्यान दिया होगा तो आपको पता चलेगा कि महिलाओं के पैर का अंगूठा ही दाहिनी ओर होता है। और पैर के बाईं ओर। इसे दूसरे पैर के अंगूठे पर ही पहनें, क्योंकि यह गर्भाशय को नियंत्रित करेगा और गर्भाशय में रक्तचाप को संतुलित कर स्वस्थ रखेगा।
वहीं अगर हिंदु धर्म के रिवाजों की मानें तो कहा जाता है कि बिछिया के बिना हर सिंगार अधुरा रहता है। इतना ही नहीं इसे पहनने का एक दूसरा कारण यहा है कि इसे पहनने से सूर्य और चंद्रमा का प्रतिक माना जाता है, सूर्य और चंद्र की कृपा आप पर बनी रहे इसीलिए भी महिलाएं बिछिया पहनती हैं। इसके अलावा ये जरूर ध्यान रखना चाहिए की कभी भी सोने का बिछिया पैरों में नहीं पहनना चाहिए हमेशा चांदी का बिछिया ही पैरों में पहने।
अब सबसे विशेष और अंतिम बात ये है कि बिछिया पहनते समय ध्यान रहे कि ये आपकी पैर की ऊंगली में से कहीं भी गुम नहीं होना चाहिए और इसके अलावा कभी भूल से भी अपना पहना हुआ बिछिया किसी ओर को उतार कर नहीं देना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आपके पति बिमार पड़ सकते है। हो सकता है कि आपके घर में कई सारी परेशानियां भी प्रवेश करने लगे और तो और पति पर भारी कर्ज भी हो सकता है।
शायद आपको ये बात पता नहीं होगी लेकिन शास्त्रों में भी बताया गया है कि पैरों में पायल या बिछिया घुघरु वाले पहनने चाहिए क्योंकि इसके आवाज में मां लक्ष्मी का वास होता है। अब तो आप भी समझ गए होंगे कि आखिर बिछिया पहनते समय क्या क्या ध्यान रखना चाहिए।