जबकि यह सर्व विदित है कि अनिरुद्ध यादव को बलथर पुलिस गिरफ्तार कर थाने में ले जाकर निर्ममता पूर्वक पीटकर हत्या कर दी । यह अधिकार पुलिस के पास नहीं है । घटना के प्रतिक्रिया स्वरूप थाना पर आम जनता का आक्रोश लाजमी है । लेकिन जिस तरीके से आर्या नगर गांव में पुलिस की दमनात्मक करवाई के भय से हजारों औरत , मर्द और बच्चे गांव छोड़कर भाग गए हैं । गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है और पुलिस प्रशासन द्वारा अभी भी लोगों को गिरफ्तार करने की मुहिम जारी है । यह बहुत ही तानाशाही पूर्ण घटना है ।
भाकपा राज्य कार्यकारिणी सदस्य का. अजय कुमार सिंह ने कहा कि दुर्भाग्य यह कि इस घटना में विशेषाधिकार प्राप्त सिकटा विधायक के साथ भी पुलिस ने हाथापाई और दुर्व्यवहार किया। बावजूद इसके अभी तक बिहार सरकार द्वारा गांव में अमन चैन बहाल कर लोगों को सुरक्षा देने का विश्वास पैदा करने का कोई भी प्रयास नहीं हो रहा है । उन्होंने कड़े शब्दों में इस इस सारी कार्रवाइयों का जवाबदेह पश्चिम चंपारण के आरक्षी अधीक्षक को अविलंब तबादला किया जाय । बलथर थाना शहीद बैरिया , नौतन , मझौलिया, बेतिया आदि थानों में पिछले दिनों की गई पुलिसिया दमनात्मक कारवाइयों की जांच एक के भूतपूर्व रिटायर न्यायाधीश से कराई जाए और दोषी पुलि